21-12-2017 13:45:07 .
न्यूज़ डेस्क। सबसे बड़े घोटालों में से एक टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में CBI की विशेष अदालत ने आज इस मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि सरकारी वकील आरोप साबित नहीं कर पाए। जज ओपी सैनी ने कहा कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में नाकाम रहा है कि दो पक्षों के बीच पैसे का लेन देन हुआ है। इस मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी के अलावा शाहिद बलवा, विनोद गोयनका, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, करीम मोरानी, पी अम्रीथम और शरद कुमार आरोपी हैं।
कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने से पूर्व कोर्ट परिसर में भारी भीड़ मौजूद थी, जिसके चलते जज ओपी सैनी ने आरोपियों के कोर्ट न पहुंच पाने की वजह से कार्यवाही स्थगित कर दी थी। इसके बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो उन्होंने अपने एक लाइन के फैसले में कहा कि सरकारी वकील आरोप साबित करने में नाकाम रहे हैं। इस दौरान कनिमोझी और ए राजा के समर्थक कोर्ट में मौजूद रहे। फैसला आते ही कोर्ट में तालियां बज उठी।
गौरतलब है कि ईडी ने अपनी चार्जशीट में द्रमुक सुप्रीमो करुणानिधि की पत्नी दयालुअम्मल को भी आरोपी बनाया था, जिन पर अएसटीपीएल के जरिए 200 करोड़ रुपये का भुगतान करने और उसे डीएमके के चलाए जा रहे चैनल कैलंगर टीवी में लगाने का आरोप है। अपनी अंतिम रिपोर्ट में ईडी ने 10 व्यक्तियों और 9 कंपनियों को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत आरोपी बनाया था। कैलंगर टीवी के अलावा एसटीपीएल (अब एतिसलात डीबी टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड), कुसेगांव रियल्टी, सिनेयुग मीडिया एंड इंटरटेनमेंट, डायनैमिक्स रियल्टी, एवरस्माइल कंस्ट्रक्शन कंपनी, कैनवुड कंस्ट्रक्शन एंड डिवेलपर्स, डीबी रियल्टी और मिस्टीकल कंस्ट्रक्शन को आरोपी बनाया था।
वहीं फैसले के बाद खुशी जताते हुए कनिमोझी ने कहा कि मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं, जो इस दौरान मेरे साथ खड़े रहे। वहीं कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस और डीएमके नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधा है। फैसले के बाद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तत्कालीन टेलीकॉम केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि ये लीगल विक्ट्री है, जीरो लॉस वाली मेरी बात सही साबित हुई। मुझ पर जिन लोगों ने आरोप लगाए वो मांफी मांगे।
वहीं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार में उच्चस्थ पदों पर बैठे लोगों पर घोटाले के आरोप कभी सही नहीं थे और यह साबित हो गया। उन्होंने कहा कि 2 जी घोटाले में सरकार की संलिप्तता की बात कभी सही नहीं थी। सरकार की संलिप्ता की मदद से किए गए बड़े घोटाले की बात में कोई सच्चाई नहीं थी और यह बात आज साबित हो गई।
इस पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार करते हुए कहा कि कोर्ट के फैसले को कांग्रेस के नेता सम्मान पत्र समझ रहे हैं और यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि स्पेक्ट्रम आवंटन में जिन नीतियों को अपनाया गया, वो जैसे कि ईमानदार नीतियां थीं?