@गजानंद ठाकुर दंतेवाड़ा। करीब आधा दर्जन नक्सल वारदातों में शामिल जनमिलिशिया कमांडर बामन कवासी पुलिस के लगातार बढ़ते दबाव के चलते आंध्र प्रदेश में डेढ़ माह से छिपकर रह रहा था। कुआकोंडा थाना क्षेत्र के बड़े गुडरा कवासी पारा निवासी बामन कवासी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। मुखबिर की सूचना पर कुआकोंडा पुलिस टीम ने आंध्र के हुस्नाबाद जिला खम्मम समुद्र कैंप से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई। पुलिस कप्तान कमलोचन कश्यप व एएसपी (नक्सल आपरेशन) जीएन बघेल के जनमिलिशिया कमांडर बामन कवासी की गिरफ्तारी मुखबिर की सूचना पर आंध्रप्रदेश से की गई। गिरफ्तार कमांडर माओ कमांडर विनोद, जगदीश, देवा, मिड़कोम, मंगतू, आयतू, कोसा एवं अन्य सदस्यों के साथ डोंगरीपारा-जियाकोरता में नक्सली स्मारक तोड़कर लौट रही पुलिस पार्टी पर एटेपाल जंगल में टिफिन बम लगाने व फायरिंग की घटना में शामिल था। इसके अलावा धनीकरका-सुरनार के जंगल में फोर्स पर फायरिंग करने, मोखपाल जरीपारा में पुल निर्माण में लगी मिक्सर मशीन में आगजनी, बड़े गुडरा कनकीपारा जंगल में पुलिस पार्टी पर फायरिंग, डुवालीकरका-गायतापारा जंगल में फायरिंग एवं धनीकरका-बुरदीकरका के ग्रामीणों को जबरन उठाकर अरंग कोटुक जंगली में ले जाकर मारपीट करने एवं श्यामोराम की हत्या करने की वारदात में शामिल था। (कंपनी में काम कर रहा था बामन) पुलिस के बढ़ते दबाव से बामन कवासी लगभग डेढ़ माह पहले आंध्र प्रदेश में छिपकर रह रहा था। वहां हुस्नाबाद में बामन अन्य लोगों के साथ एक पानी सप्लाई करने वाली कंपनी में काम कर रहा था। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद उसे ट्रेस किया गया। पुष्टि होने के बाद टीम गठित कर मौके पर रवाना किया गया था।