20-08-2021 20:19:44 .
जगदलपुर। सामाजिक कुरीतियों को पीछे धकेलकर बस्तर की आदिवासी महिलाएं कामयाबी की सीढ़ी चढ़ रही हैं। शहर के लामनी पार्क में स्थित जैव विविधता संरक्षण विकास एवं प्रशिक्षण केंद्र का साथ पाकर उनके अरमानों को पंख लग रहे हैं। खेतीबाड़ी व घरेलू कामो से ऊपर उठकर स्वयं समूह की महिलाएं बस्तर के काजू से काजू कतली जैसी मिठाईयां बना रही है।आदिवासी महिलाओं ने इसे ब्रांडेड मीठे के मुकाबले में उतारा हैं। रक्षाबंधन के एक दिन पहले बस्तरिया काजू से बने मिठाई को मार्केट में उतारा गया है।
जगदलपुर वन परीक्षेत्र अधिकारी देवेंद्र वर्मा ने बताया कि सीसीएफ मोहम्मद शाहिद की विशेष रुचि और वन मंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी के मार्गदर्शन में समूह की इन महिलाओं को मठाई बनाने की ट्रेनिंग दी गई है समूह में 20 महिलाएं शामिल है। राखी के उपलक्ष्य में राजनगर के काज़ुओ से इन मिठाइयों को बनाया जा रहा है इसे नए कलेवर में मार्केट में उतारा गया है। ब्रांडेड कंपनियों की तर्ज पर इसकी पैकिंग करवाई जा रही है। एक किलो काजू कतली की कीमत 600 रुपए रखा गया है जो बाजार में मिलने वाली कतली की तुलना में काफी कम है। फिलहाल इन मिठाईयों को लामनी पार्क में जाकर ख़रीदा जा सकता है आनेवाले समय मे मार्ट व अन्य जगहों पर इन मिठाईयो की बिक्री शुरू की जायेगी।