12-06-2021 20:58:46 .
वेबडेस्क। छत्तीसगढ़ की राजधानी में भी अब अंतराष्ट्रीय स्तर की थैरपी की सुविधा मिल रही है। भाटागांव चौक स्थित विशेष सू-जोक एक्यूप्रेशर और एक्यूपंचर नाम से संचालित यह थैरेपी सेंटर पिछले सात महीने में सैकड़ों लोगों को कई सालों के दर्द से छुटकारा दिला चुका है। इसी का नतीजा है कि लोग इसकी तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं और कुछ ही दिनों में यह अपना अच्छा खासा मुकाम बना लिया है। इसमें स्वास्थ्य लाभ लेने वालों में बुजुर्ग से लेकर जवान वर्ग के लोग तक शामिल हैं।
इंटरनेशनल सु-जोक एसोसिएशन से सर्टिफाइड और उनकी मेंबर एंजिला सोनी बताती हैं कि सुजोक थेरेपी में हथेली से पैर शरीर के सभी अंगों/मेरिडियन का प्रतिनिधित्व करते हैं। सु का अर्थ है हाथ जबकि जोक का अर्थ है हथेली। सुजोक अन्य उपचारों के साथ भी किया जा सकता है। यह उपचार बिना किसी दवा के होता है। इसलिए इसमे साइड इफेक्ट जैसी कोई बात ही नहीं। वहीं अन्य तरीके से भी कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। उन्होंने बताया कि यह थैरेपी शत प्रतिशत सुरक्षित, सरल और आसान है। सुजोक की मदद से कई तरह की बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। उपचार के दौरान कोई सावधानी बरतने की आवश्यकता नहीं है। चूंकि चिकित्सा प्राकृतिक है और शरीर की समस्याओं का प्राकृतिक तरीके से इलाज किया जाता है। इसलिए यह सबसे सुरक्षित उपचारों में से एक है। इससे व्यक्ति के स्वास्थ्य और आत्मविश्वास में सुधार कर सकता है, जिससे वह अपनी क्षमताओं को विकसित और समृद्ध कर सकता है। शिक्षा और काम दोनों में सफल हो सकता है। वह एक जीवंत व्यक्ति बन सकता है जो एक प्रगतिशील समाज बनाने में मदद करता है।
सुजोक थेरेपी के लाभ
सुजोक थेरेपी विभिन्न प्रकार के मानसिक विकारों जैसे फोबिया, अवसाद, चिंता, व्यसन आदि को ठीक करने में अद्भुत काम करती है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने और संपूर्ण संतुलन बहाल करने में मदद करती है। वहीं सुजोक थेरेपी गर्दन, पैर, हाथ, जोड़ों आदि से संबंधित सभी प्रकार की चोटों के लिए बहुत लाभ देती है। यह सूजन और अन्य समस्याओं जैसे गठिया के दर्द, कार्पेल टनल सिंड्रोम और गाउट के साथ-साथ अन्य त्वचा और प्रजनन समस्याओं का भी इलाज करती है। इतना ही नहीं सुजोक थेरेपी एक्यूप्रेशर का एक रूप है, जिसमें बीमारियों के इलाज के लिए हाथों और पैरों पर विशिष्ट बिंदुओं का उपयोग किया जाता है। यह दबाव मधुमेह और गुर्दे की पथरी जैसी समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है। सुजोक थेरेपी में मोटापे को नियंत्रित करने, आज के तनावपूर्ण जीवन में मानसिक शांति, बीपी, सिरदर्द, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, गैस्ट्रिक एसिडिटी, अल्सर, कब्ज, माइग्रेन, चक्कर, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम, गैस्ट्रो ओसोफेगल रिफ्लेक्स रोग, डिस्क प्रोलैप्स, कीमोथेरेपी के कारण जटिलताएं, अत्यधिक रक्तस्राव और अन्य शारीरिक समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
इनको मिला लाभ
डिप्रेशन से एक हफ्ते में बाहर निकल आया
मुझे पिछले कुछ समय से एंजाइटी फील होती थी। मैं डिप्रेशन में था। मुझमें नेगेटिव और लेजिनेस रहती थी। मैं परीक्षा व अन्य चीजों को लेकर हारा हुआ महसुस करता था। जिसमें परीक्षा का प्रेशर भी एक कारण था। मेरा एक हफ्ते का ट्रीटमेंट चला। अब पॉजिटिव महसुस करता हूं। अकेला महसुस नहीं करता। सबसे अच्छी बात यह रही कि किसी तरह की दवा नहीं दी गई।
कुनाल मनेनकर-
टेनिस एल्बो में हमेशा दर्द रहता था। काफी जगह इलाज करवाया लेकिन कोई राहत नहीं मिली। लेकिन इस सु-जोक थैरेपी से यह अब पूरी तह से ठीक हो गया है। बाहर मेडिसीन दिया जाता था। लेकिन उसे छोड़ते ही फिर से समस्या होने लगती थी। लेकिन बिना दवा कि सु-जोक ट्रीटमेंट से अब इसका दर्द पूरी तरह से ठीक हो चुका है।
सुनीता मनेनकर-
जरूरी सूचना- आपका जीवन आपके परिवार के लिए बहुमूल्य है ऐसे में लापरवाही ना करें, कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें और सुरक्षित रहें।