24-03-2021 18:18:51 .
वेबडेस्क। 23 मार्च 2021 शहीद दिवस के मौके पर भारत के महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह शहीद राजगुरु शहीद सुखदेव एवं बस्तर के महान क्रांतिकारी वीर गुण्डाधुर को स्थानीय गुण्डाधुर पार्क में श्रद्धांजलि अर्पित कर शहीदों के बलिदान को याद किया गया ।
भारत के महान क्रांतिकारियों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए साकेत शुक्ला के नेतृत्व में क्रान्तिकारियों के संगठन हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन ( एचआरए ) का पुनर्गठन किया गया
भारत के महान क्रांतिकारीयों के संगठन हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के नाम को लेकर गैर राजनैतिक संगठन बनाया गया है । हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का गठन सचिंद्रनाथ सान्याल एवं रामप्रसाद बिस्मिल के द्वारा किया गया था शहीद भगत सिंह के नौजवान भारत सभा के एचआरए में विलय के बाद इस संगठन का नाम एचएसआरए कर दिया गया था । 23 मार्च 1931 के बाद यह संगठन पूर्णतः समाप्त हो चुका था जबकि भगत सिंह के नौजवान भारत सभा का पुनर्गठन पंजाब के नौजवानों द्वारा किया गया है ।
क्रांतिकारियों के संगठन को पुनर्जीवित करने का उद्देश्य -
देश के आज़ादी के लिए हजारों क्रान्तिकारियों ने अपनी शहादत दी है जिनमे से कुछ को छोड़ बाकियों को आम जनमानस जानती तक नहीं है जिनको जनता जानती है उनको भी केवल उनके जयंती एवं पुण्यतिथि में ही याद किया जाता है । इतिहास के भुला दिए गए अंजान क्रांतिकारियों एवं उनके आदर्शो को आम जनमानस तक पहुंचाना एवं क्षेत्र और क्षेत्र के गरीब पिछड़े जनसामान्य के विकास के मुद्दे उठाना और आम जन के विकास के लिए गांधीवादी तरीके से कार्य करना ही नए हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का उद्देश्य है एक प्रकार से यह क्रान्तिकारियों और गांधी जी के विचारों का समागम है ।
हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन बस्तर के महान क्रांतिकारी वीर गुंडाघुर एवं बस्तर के इतिहास पुरुष जगतू माहरा का अलग अलग स्थानों पर लगभग 51 फिट की मूर्ति बनवाएगी यह मूर्ति बस्तर के इतिहास को गौरव पूर्वक दर्शाने वाली साबित होगी । मूर्तियों का स्वरूप और उचाई कुछ इस प्रकार होगा की यह मूर्ती देश की सुंदरतम एवं देश की उची मूर्तियो में से एक होगी । 51 फिट की मूर्ति बनने के साथ ही यह मूर्तियां छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी मूर्ति होगी एवं देश की 30 सबसे बड़ी मूर्तियो में शामिल हो जाएगी ।