@मोहम्मद ताहीर खान बीजापुर। नोटबंदी से आमआदमी को गहरी चोट पहुँची है।नोटबन्दी के एक साल बीत जाने के बाद भी न तो काला धन वापस आया और न ही जनता के खाते में पंद्रह पंद्रह लाख रुपये।उक्त बातेँ जिला काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष विक्रम मंडावी ने नोटबन्दी की नाकामी गिनाते हुये कही। पीसीसी के निर्देश पर जिला काँग्रेस कमेटी के पदाधिकरी व कार्यकर्ताओं ने लाइवलीहुड कालेज के सामने काली पट्टी लगाकर धरना प्रदर्शन किया। यहाँ कार्यकार्ताओं को सम्बोधित करते हुये विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि केन्द्र कि मोदी सरकार ने नोटबंदी कर आतंवाद समाप्त करने कालाधन वापस लाने देश के हर व्यक्ति के खातों पर पंद्रह पंद्रह लाख रुपये आने की घोषणा की थी जो झूठ साबित हुई है। वही वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पाँच सौ और एक हजार के नोट को बेकार कहकर भारतीय नोटों का अपमान किया है।नोट बन्दी से देश में क़रीब सौ जाने चली गई लेकिन मोदी जी और अहंकारी भाजपा सरकार को कोई फर्क नहीँ पड़ा। नीना रावतिया ने कहा कि कैशलैस का राग अलापने वाली केन्द्र सरकार की घोषणा खोखली साबित हुई है । उन्होने कहा कि मोदी जी कि घोषणाओं से अमीरों का भला और गरीबों का नुकशान हुआ है।धरना के बाद कांग्रेसियों ने नगर में रैली निकाली और व्यापारियों व ग्रमीणों को पम्पलैट बांटकर नोटबंदी से हुये नुकशान तथा भाजपा सरकार कि वादा खिलाफी के बारे में लोगो को बताया। इस अवसर पर शंकर कुडियम, रंजना उद्दे, रजिया बेगम, हमीदा बेगम, कोत्ता बाई, सरिता वाचम, मनधर नाग लच्छुराम मौर्य, संतोष गुप्ता, अशोक राठी, रितेश दास, बाबूलाल राठी अभिषेक सिंह, वीरेंद्र ठाकुर, लक्ष्मण कड्ती तथा बड़ी संख्या में कॉँग्रेसी उपस्तिथ रहे। कर्यक्रम का संचालन जिला काँग्रेस उपाध्यक्ष जगबन्धु मांझी ने किया।