@गजानंद ठाकुर दंतेवाडा । केके रेल लाइन में रेल पटरी उखाड़कर रेलवे को करोड़ो का चूना लगाने समेत ढोलकल शिखर में विराजमान गणेश प्रतिमा को तोड़कर नीचे फेंकने वाले माओवादी लिंगु को पुलिस ने धर दबोचा है। बताया जा रहा है कि लिंगु को नक्सलियों ने डीएकेएमएस अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा था। लिंगू मिरतुर एलओएस कमांडर अनिल व अन्य सदस्यों के साथ नक्सली वारदातों को अंजाम देता था। साथ ही इसका नक्सलियों के लिए भोजन व्यवस्था, मीटिंग के लिए ग्रामीणों को बुलाने तथा मीटिंग के दौरान संत्री ड्यूटी मुख्य काम था। पुलिस कप्तान कमलोचन कश्यप व asp नक्सल ऑपरेशन गोरखनाथ बघेल ने बताया के मुताबिक पंडेवार के कुंजामपारा निवासी लिंगू के फरसपाल में मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद भांसी व फरसपाल पुलिस ने पंडेवार के जंगल में फिल्डिंग जमाई और लिंगू को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक मिरतुर एरिया कमेटी कमांडर अनिल, प्रवीण व अन्य सदस्योंं के साथ फरसपाल के ढोलकाल पहाड़ी में स्थित गणेश प्रतीमा को तोडऩे व नीचे फेंकने की घटना में लिंगू भी शामिल था। पखवाड़ा भर पूर्व कमालूर में मिरतुर एलओएस कमांडर अनिल, कमालूर व झिरका के जनमिलिशिया सदस्य सुरेश भास्कर, मनी मड़कामी, मोटू व चैतु तेलामी के साथ लिंगू कुंजाम भी रेलवे दोहरीकरण में लगे ट्रकों व पोकलेन वाहनों में तोडफ़ोड़ व आगजनी की थी। इसके कुछ दिन पूर्व भी कमांडर अनिल के साथ पंडेवार में ग्रामीणों की मीटिंग लेते जिंदल कंपनी का विरोध करने की बात कहते कंपनी की ड्रिलींग मशीन को आग के हवाले कर दिया था। भांसी-कमालूर के मध्य रेवले पटरी के पेंडल क्लिप खोलने में भी शामिल था। इस घटना में ओएचई इंजन डीरेल हो गया था। वहीं कमालूर-झिरका के बीच पटरी उखाड़कर रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अलावा माओ कमांडर संजय, लखन, अनिल व अन्य सदस्यों के साथ सर्चिंग पर निकली फरसपाल पुलिस पार्टी पर फायरिंग की घटना में भी शामिल था।