जगदलपुर। बालाजी मंदिर का 20वां पाँच दिवसीय वार्षिक महोत्सव का शुभारंभ आज सुप्रभातम् नित्यआराधना के साथ हो गया है। आज सुबह आंध्र प्रदेश से पधारे विद्वान पंडितों के सानिध्य में वेद पारायण, मंगलाशासनम्, विश्वक्सेन आराधना, भगवतपुण्यावचनम्, रक्षासूत्र बंधन, रूत्विकावरण प्रधानम्, अंकुरार्पण विधान के साथ यज्ञशाला की आराधना संपन्न हुई। जिसके तहत मंदिर परिसर स्थित यज्ञशाला में वास्तुयोगेश्वर, ब्रम्ह मंडप आराधना और अग्नि प्रतिष्ठापना की गई। आज ही गरूड़ स्तंभ में पताक प्रतिष्ठ, ध्वजारोहण, गज्जलु विधान के बाद श्री श्री श्री भगवान वेंकटेश्वर स्वामी जी के काष्ठ निर्मित परिक्रमा रथ की पूजा भी होगी। रथ की पूजा के पश्चात रथारूढ देव प्रतिमाओं के साथ शहर में भगवान बालाजी की शोभायात्रा निकाली जायेगी। शोभायात्रा लगभग 04:00 बजे बालाजी मंदिर से निकल कर माँ दंतेश्वरी मंदिर, मेनरोड, स्टेट बैंक चौक, चाँदनी चौक, संजय बाज़ार होते हुए वापस बालाजी मंदिर पहुँचेगी। मंदिर कमेटी के अध्यक्ष व्ही राजेंद्र प्रसाद ने जानकारी देते बताया कि कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष शोभायात्रा को सीमित किया गया है। शोभायात्रा में इस बार मिट्टी के कलश लेकर चलने वाले श्रद्धालुओं का क़ाफ़िला नहीं होगा। सभी पूजा विधानों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते कोविड प्रोटोकॉल का विशेष ध्यान रखा जायेगा।