14-02-2021 15:38:11 .
वेबडेस्क। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री केदार कश्यप के ऊपर नारायणपुर विधानसभा के वर्तमान विधायक चंदन कश्यप के द्वारा राजनीतिक द्वेष पूर्वक लगाए गये अर्नगल आरोपों पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने जोरदार पलटवार करते हुए बयान जारी किया है। और कहा है कि, पूर्व मंत्री केदार कश्यप जी ने प्रदेश काॅग्रेस सरकार की दुखती नश पर केवल हाथ क्या रख दिया कि, उनके विधायक चंदन कश्यप विधवा की तरह विलाप करते हुए कश्यप परिवार पर बेमतलब के आरोप लगाने पर उतारू हो गए है।
स्वयं को किसान हितैषी बताने वाले यही काॅग्रेस पार्टी के नेता आजादी के बाद दशकों तक सिर्फ किसानों के साथ वादाखिलाफी एवं किसानों का जमकर शोषण करती रहे। और आज उनके विधायक व अन्य नेतागण ट्रेक्टर पर चढ़-चढ़कर नौटंकी कर रहे हैं।
यदि प्रदेश काॅग्रेस सरकार के घोषणा पत्र की बात की जाए तो 2500 रुपये पर धान खरीदी का झूठा वादा करके केंद्र सरकार के घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1868 रुपये में धान की खरीदी की जा रही है और बाकी की अंतर की राशि की जब बात आती है तो गरीब किसानों को इंतजार करवाया जाता है। एवं आज तक प्रदेश के किसानों को पिछले वर्ष की अंतर की राशि भुगतान तक नहीं कर पाये ये लोग हैं। इसके अलावा वन क्षेत्र में रहने वाले किसान भाइयों से समर्थन मूल्य पर भी उनकी पूरी फसल की खरीदी नहीं कि गई जिसके कारण मजबूरन उन्हें आढतियों को औने-पौने दाम पर अपनी मेहनत से उगाई गई फसल बेचनी पड़ी व उनपर डंडे बरसाये गए। इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के द्वारा धान की खरीदी तय समय से हटकर देर से प्रारंभ की गई, ताकि कम किसानों को अंतर की राशि का भुगतान करना पड़े। और अब दो वर्षों का बोनस की बात तो इन कांग्रेसियों की जुबान पर भी नहीं आती। बल्कि गरीब किसानों को परेशान करने में इन्होंने किसी प्रकार की कोई कमी तक नहीं रखी। बल्कि 55 वर्षों के शासनकाल से एक कदम आगे बढ़कर किसानों का गिरदावरी के नाम पर रकबा कम करना हो या फिर बारदाने उपलब्ध न करवाकर किसानों से उनकी फसल न खरीदना हो। ऐसी कुंठित मानसिकता से पता चलता है कि काॅग्रेसी नेताओं का कभी किसान कल्याण के प्रति नेक इरादा रहा ही नहीं है।
आश्चर्य होता है कि, इनके विधायक चंदन कश्यप जिस तरह किसानों के मुद्दे पर बोलने के लिए उकसा रहे हैं इससे ऐसा प्रतीत होता है कि, किसानों व प्रदेश की एक-एक जनता से इन्होंने जो वायदे किये थे उन्हें पूरे न कर पाने के कारण एवं श्री केदार कश्यप जी ने जैसे ही इनकी दुखती नश को पकड़ा है जिसके कारण इनका मानसिक संतुलन बिगड़ सा गया है। दुसरो पर आरोप लगाने से बेहतर होता कि किसानों के लिए समर्पित भाव से काम करने में कांग्रेसी विधायक चंदन कश्यप मशगूल होते। खैर! गलत बयानबाजी में व्यस्त रहना ही इनका कार्य है यह नारायणपुर विधानसभा की जनता भली-भांति समझ चुकी है। विधायक चंदन कश्यप ही असक्रियता,अकर्मणता, कार्य के प्रति जागरूकता की कमी को परख चुके स्वयं कहते है मै एक पंच के बराबर हु, ज्यादा कुछ नही कर सकता और जनता सब कुछ समझते हुए इसका जवाब देने के लिए 2023 के चुनाव का इंतजार कर रही हैं।