जगदलपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए बस्तर जिले में युवा नेताओं ने जोड़-तोड़ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष ने कुछ नाम युवा मोर्चा अध्यक्ष पद के दावेदारों के तौर पर भेज दिया है। अभी जिले में कुल छह युवा नेता इस पद के दावेदार हैं लेकिन इनमें से कुछ उम्र की बाध्यता तो कुछ अनुभव कम होने की वजह से जिलाध्यक्ष के पद पर फिट नहीं बैठ रहे हैं। इस साल भाजयुमो जिलाध्यक्ष के पद के लिए 35 साल से कम उम्र की बाध्यता का भी कड़ाई से पालन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसी बाध्यता के चलते क्लेक्टरी छोड़कर राजनिति में आये एक भाजपा के युवा नेता को प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष नहीं बनाया गया। ऐसे में जिले में भी इस फार्मूले का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। बस्तर जिले में अभी कुल छह युवा नेता जिनमें अविनाश श्रीवास्तव, जयराम दास, विनित शुक्ला, रवि कश्यप, मनोज पटेल और लक्षमण झा जिलाध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं लेकिन इनमें से दो युवा नेताओं की उम्र 35 के पार हो गई है। ऐसे में इन दो युवा नेताओं के नाम इस नियम के तहत पहले ही कटने की आंशका बनी हुई है। इसके अलावा बाकि बचे चार युवा नेताओं में कुछ एक युवा नेता को संगठन चलाने और अन्य का अुनभव बेहद कम है। अभी जिलाध्यक्ष के पद के लिए दो पूर्व छात्र नेताओं के बीच कांटे की टक्कर है। इनमें से एक पूर्व छात्र नेता ने करीब दस साल तक यूनिवर्सिटी की राजनीति की है और इस कार्यकाल में लगभग सभी छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी का परचम लहाराया है। इसके अलावा इसी छात्र नेता के आंदोलन के चलते बस्तर यूनिवर्सिटी और प्रदेश में पहली बार धारा-52 लागू की गई और कुलपति एनडीआर चंद्रा को पदमुक्त होना पड़ा। ऐसे में इस छात्र नेता की दावेदारी को काफी मजबूत माना जा रहा है। भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसिंग मंडावी ने बताया कि हमने युवा नेताओं के नाम रायपुर भेज दिये हैं। इन नामों में से किसी एक को जिलाध्यक्ष बनाना है। तीन नामों का पैनल मिला है एक-दो दिनों में कर दूंगा घोषणा इधर भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने बताया कि बस्तर जिले से तीन अंतिम नामों का पैनल तैयार कर लिया गया है। पैनल तैयार करने के दौरान उम्र के क्रायटेरिया का विशेष ख्याल रखा गया है। आने वाले एक-दो दिनों में हम प्रदेश के सभी जिले के युवा अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर देंगे। कई बड़े नाम उम्र सीमा की वजह से कट गये बस्तर जिले में भाजयुमो में युवा नेताओं की एक बड़ी फौज है लेकिन उम्र के क्रायटेरिया के कड़ाई की वजह से कई बड़े नाम जिलाध्यक्ष बनने से चूक गये हैं। इनमें मनीष पारख, राकेश तिवारी, संग्राम िसंह राणा, रजनीश पाणीग्राही, नरसिंह राव, अतुल सिम्हा, सुब्रतो विश्वास जैसे बड़े नाम हैं जो इस पद के प्रबल के दावेदार थे और इन्होंने लंबे समय तक युवा मोर्चा के अलग-अलग पदों पर काम किया है।