@मोहम्मद ताहीर खान बीजापुर। - भैरमगढ़ ब्लॉक के गुदमा बालक आवासीय विद्यालय में जहाँ शिक्षकों की कमी बनी हुई है। तो वही कक्षा के आभाव में बच्चें बरामदे पर ही भविष्य गढ़ने को मजबूर है। गुदमा आवासीय विद्यालय में 100 बच्चें अध्यनरत है। यहाँ पहली से लेकर पाँचवी कक्षा के बच्चें पढ़ते है।यहाँ बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वजह है अध्यनकक्ष और शिक्षको की कमी। आश्रम का जायजा लेने पर पता चला कि यहाँ पे 100 बच्चों के लिए अधीक्षक सहित महज तीन शिक्षक ही पदस्थ है। इससे बच्चों को पढ़ाने में परेशानी होती है।इसमें भी जब अधीक्षक आश्रम कि जरूरत कि चीजो के लिए खरीदी करने जाते है तो और भी समस्या होती है। स्टाफ की कमी के चलते पहली और दूसरी क्लास के बच्चें एक साथ पढ़ते है और तीसरी क्लास के बच्चें अलग कक्षा में पढ़ते है।इसी तरह चौथी और पाँचवी कक्षा के बच्चों को साथ में बैठाकर पढाया जाता है।आश्रम में ऐसी भी स्थिति होती है जब बच्चें खुद भी पढाई करते है।बताया गया है कि यहाँ हिन्दी के शिक्षक पदस्थ थे लेकिन उन्हे अब अँग्रेज़ी माडल स्कूल बीजापुर में अधीक्षक का पद मिल गया है। जो कि नियम के विरुद्ध है।क्यूँकि शिक्षक जिस ब्लाक का है उसकी पोस्टिंग वही होती है।बावजूद उन्हें मुख्यालय मे पदस्थ किया गया है। आश्रम अधीक्षक ने बताया कि इसकी जानकारी बीईओ और एसी को दे दी गई है।अधिकारीयों ने जल्द ही समस्या का निराकरण करने का आश्वाशन दिया है ।