14-01-2021 17:56:10 .
जगदलपुर। किसानों के बहाने युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव सुशील मौर्य ने बीजेपी को जमकर घेरा और किसानों के साथ छल करने का आरोप लगाया। मौर्य ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि छत्तीसगढ़ के भाजपाई किसानों के नाम पर ओछी राजनीति कर रहे है भाजपा के 15 साल में हजारों किसानों की मौत पर कुछ ना कह पाने वाले नेतागण आज 2500 रुपये प्रति क्विंटल पर धान खरीदने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल पर सवाल उठा रहे है सर्वविदित है कि केंद्र की मोदी सरकार ने 60 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी की मंजूरी देकर अब 24 हजार मीट्रिक टन धान खरीदने की बात राज्य शासन ने कह कर छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ छलावा किया है पर दुख इस बात का है कि छत्तीसगढ़ के भाजपाई इस मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार से कोई चर्चा नहीं करना चाहते और प्रदेश के हर कोने में भाजपाई धरना प्रदर्शन करने के लिए समय निकाल रहे हैं पर दिल्ली में जाकर केंद्रीय कृषि मंत्री एवं मोदी सरकार से चर्चा कर नहीं सकते पर प्रदेश में बरगलाने की राजनीति जरूर कर सकते हैं। पूरे प्रदेश में बारदाने की कमी को लेकर हो हल्ला मचाने वाले भाजपाई क्यों केंद्र सरकार से बारदाने की कमी को लेकर कोई चर्चा नहीं कर पा रहे हैं, जबकि बारदाना केंद्र के द्वारा आपूर्ति किया जाता रहा है। इसके उलट छत्तीसगढ़ के किसानो को बारदाने की कमी ना हो इसीलिए अपने बजट से बारदाने की खरीदी के लिए गुजरात की कंपनी को ऑर्डर दिया गया था परंतु कोरोना काल मे फ़ैक्टरियों के बंद होने के कारण बारदानों की खरीदी नहीं हो पाई थी फिर भी छत्तीसगढ़ की सरकार आज किसानों के धान का एक एक दाना खरीदने को प्रतिबद्ध है। पूरे भारतवर्ष में छत्तीसगढ़ ही एक मात्र ऐसा राज्य है जहां पर 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों का धान खरीद रही है एवं उनके आय को बढ़ाने का प्रयास कर रही है जिससे भाजपाईयों के पेट में दर्द होने लगा है। दिल्ली में काले कृषि कानून के खिलाफ लाखों किसानों द्वारा किये जा रहे आंदोलन में अब तक 57 किसान भाई शहीद हो चुके हैं उन पर भाजपाईयों ने मौनव्रत धारण किया हुआ है,इसपर आपका जमीर क्यों नहीं जागता!केंद्र में ऐसी कौन सी शक्ति बैठी है जिससे भाजपाई कुछ भी बोलने से डरते हैं। जिन आंदोलनकारी किसान भाइयों को आज ये आतंकवादी, टुकड़े टुकड़े गैंग के नाम से बुलाते हैं उनके घर घर से आज देश की रक्षा के लिए सैनिक निकलते हैं, पर आरोप लगाने वाले बतायें कि क्या उनके घर से कभी कोई एक व्यक्ति भी देश के लिये शहीद हुए है।