30-12-2020 20:31:50 .
जगदलपुर। शहर के सबसे बड़े तालाब दलपत सागर को साफ सुथरा बनाने के लिए वीड हार्वेस्टर मशीन करीब 75 लाख रुपये में खरीदी की गई थी। इस मशीन की क्रय प्रक्रिया व अन्य मसलो को लेकर भाजपा पार्षदो ने मोर्चा खोल दिया है नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय ने बताया कि बुधवार को भाजपा पार्षददल एवं पार्टी के नेता एक्वैटिक वीड हार्वेस्टर मशीन का निरीक्षण करने आयुक्त के पत्र के साथ पहुँचे। विदित हो कि इस मशीन के संबंध में भाजपा पार्षद दल ने इसके अनियमितता एवं कबाड़ होने के संदर्भ में महापौर को पत्र लिखा लिखा था पत्र के जवाब में आयुक्त ने जानकारी दी है तथा यह पत्र महापौर को भी प्रेषित किया गया है।इस पत्र में निविदा पत्र, निर्माता कम्पनी का ISO सर्टिफिकेट, इंजन तथा कन्वेयर बेल्ट का बिल दिया गया है, तथापि यह बताया गया है कि चूंकि यह मशीन केरल के तटीय क्षेत्र में रखने से आद्रतावश इसके हिस्से पुराने से प्रतीत होते है। निरीक्षण के पश्चात भाजपा पार्षद दल ने महापौर को अपनी माँगो के साथ एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में श्री पांडे ने आरोप लगाया है कि इस जवाब से ना तो पार्षददल और ना ही शहर की जनता सहमत है निविदा में जो स्पेशिफिकेशन रखे गये थे वह निर्माता कम्पनी के द्वारा बताये गये थे तथापि इस स्पेशिफिकेशन का निर्माण और कोई अन्य उद्योग नहीं करता है। जिन दो नागपुर के डीलरों ने निविदा में भाग लिया है वे निर्माता कम्पनी के ही डीलर है। ऐसे में यह टेण्डर अपने आप में गलत तथा दर की प्रतिस्पर्धा ना होकर आपसी तालमेल से दर डाले गये हैं स्पष्ट है।निर्माता कम्पनी ने जो बिल दिनांक 30.05.2017 का प्रस्तुत किया है वह टिन नम्बर तथा सीएसटी नम्बर का बिल दिया है, जोकि जीएसटी आने से काफी पहले समाप्त हो गये है। इससे यह बिल फर्जी प्रतीत होता है बिल में इंजन का इंजन नम्बर नहीं बताया गया है जिस कारण से इंजन नम्बर मिलान नहीं हो सकता। इससे यह सिद्ध है कि यह इंजन काफी पुराना है। इसकी कीमत 1,25,624/- रूपये बताई गयी है। कन्वेयर बेल्ट की कुल लम्बाई लगभग- 40 मीटर है तथा बिल अनुसार इसकी कीमत 3,50,000/-रूपये है। मशीन के दो बड़े कम्पोनेंट इंजन तथा कन्वेयर बेल्ट की कुल कीमत 4,75,000/- रूपये है, ऐसे में मशीन की कीमत 73.96 लाख रू. बहुत अधिक तथा अनुचित प्रतीत होती है। पाण्डेय ने कहा कि निर्माता कम्पनी को यह बेहतर मालूम है कि आद्रता से नट बोल्ट सड़ जाते है, तो उसने एलाय जैसे एसएस या पीतल या आद्रता सहने वाले नट बोल्ट का उपयोग नहीं करना, गंभीर लापरवाही है। कई सामान तो कबाड़ से ही प्राप्त किया गया है,एवं मशीन की बाडी में तीन अलग-अलग कोट के रंग लगाना भी इसके कबाड़ की कहानी बयां करती है। जबसे मशीन आई है इतने अल्प काल में ही उसे तीन बार पानी से बाहर कर बनाया गया है तथा रोजाना कुछ ना कुछ खराबी की खबर आती रहती है।
वही सुरेश गुप्ता ने महापौर से कहा है कि पार्षददल की मांग है कि ऐसे गंभीर अनियमितताओं के कारण यह मशीन का आदेश निरस्त करें तथा पुनः निविदा बुलाकर प्रतिस्पर्धा के द्वारा दर का निर्धारण कर नई मशीन बीएस-६ मापदण्ड की क्रय की जावे एवं जिम्मेदार अधिकारी एवं कर्मचारियों पर कार्यवाही करें। इससे दूध का दूध और पानी का पानी स्पष्ट हो जावेगा तथा जनता के पैसे का सदुपयोग होगा। ज्ञापन मे कहा गया है कि आशा है आप जनआकांक्षाओं अनुसार निर्णय लेंगी अन्यथा पार्षददल इस पूरे प्रकरण की जांच हेतु अन्य संस्थाओं से गुहार लगायेगा।
ज्ञापन की प्रतिलिपि कलेक्टर एवं आयुक्त को भी दी गई है !कलेक्टर ने जाँच करवाने का आश्वासन दिया है ज्ञापन के दौरान नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय,सुरेश गुप्ता,खेमसिंह देवांगन, राजपाल कसेर, निर्मल पानीग्राही, दिगम्बर राव, त्रिवेणी रंधारी, धनसिंग नायक,आलोक अवस्थी ,मोतीराम बघेल,शंभु नाग, महेन्द्र पटेल, दण्तेश्वर राव दन्ती,राकेश तिवारी, आनन्द झॉ, राजा यादव,रवि कश्यप मनोज पटेल, परेश ताटी, अभिषेक तिवारी, भुवनेश नाग एवं निगम के इंजीनियर अमर सिंह मौजूद थे।