21-09-2020 18:44:02 .
जगदलपुर। सांसद प्रतिनिधि सुशील मौर्य ने किसान बिल का विरोध करते हुए कहा है कि दो कृषि विपणन विधेयकों से किसानों को मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य और उनकी सरकारी खरीद की प्रणाली खत्म हो जाएगी. उन्होंने बताया कि इससे किसान सर्वाधिक नुकसान झेलेंगे, जबकि देश के बड़े पूंजीपति मालामाल होंगे.कांग्रेस नेता ने कहा कि ये बिल देश में पिछले 50 से अधिक वर्षों में स्थापित हुई कृषि व्यवस्था को बर्बाद कर देंगे. उन्होंने कहा कि नए कानून से देश में कॉन्ट्रैक्ट और प्राइवेट फार्मिंग को बढ़ावा मिलेगा. इससे किसानों का और अधिक आर्थिक शोषण होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा होने वाली उपज खरीद बंद हो जाएगी और किसानों को उपज की सही कीमत नहीं मिल सकेगी.साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर सीधा हमला बोलेते हुवे कहा कि किसान विरोधी सरकार के इस निर्णय को आज पूरे देश के किसान विरोध कर रहे हैं लेकिन पूंजीपतियों को लाभ देने के लिए केंद्र की सरकार ने कृषि अध्यादेश 2020 लाया है जिसकी किसी भी प्रकार की अभी आवश्यकता नहीं थी कृषि अध्यादेश के दो बिल को राज्यसभा में ध्वनिमत से पारित करा कर भाजपा ने ये सिद्ध कर दिया है कि वो किसान विरोधी के साथ तानाशाह रवैया भी अपना रही है। लगातार राज्यसभा में विपक्ष यह कह रहा था की वोटिंग करवा लीजिए लेकिन राज्यसभा में विपक्ष की कोई बात नहीं सुनी गई और ध्वनि मत से कृषि अध्यादेश के बिल को पारित कर दिया,इससे स्पष्ट ज्ञात होता है किस प्रकार विपक्षी दलों की आवाज को दबाया जा रहा है।