जगदलपुर। युवा कांग्रेस के प्रदेश संयुक्त सचिव व बीजापुर जिला प्रभारी जावेद खान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी जी ने कोल इंडिया में कर्मियों के लिए यह घोषणा की है अगर किसी भी कर्मचारी का निधन अगर कोरोनावायरस से हो तो उसे दुर्घटना मृत्यु माना जाएगा एन एम डी सी किरंडुल और नगरनार इस्पात संयंत्र में भी इस नियम को बहाल किया जाना चाहिए कोरोना महामारी में एन एम डी सी किरंडुल और नगरनार इस्पात संयंत्र के परिजन भी अपने अभीवाहक के कार्य के दौरान चिंतित नजर आते हैं अगर कोलइंडिया के जैसे नियम यहां भी लागू हो तो एन एम डी सी किरंडुल और नगरनार इस्पात संयंत्र के कर्मियों सहित ठेका श्रमिकों को भी इसका लाभ दिया जाना चाहिए शीघ्र ही बस्तर लोकसभा के सांसद दीपक बैज से मुलाकात कर एवं सेल चेयरमैन इस्पात मंत्री व राज्य मंत्री को फोन एवं पत्र के माध्यम से आह्वान किया जाएगा,जावेद ने कहा कि इस समय एन एम डी सी किरंडुल और नगरनार इस्पात संयंत्र के कर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य कर निरंतर शानदार उत्पादन कर रहे हैं भारत के सबसे बडे लौह अयस्क उत्पादक एवं विविध कार्य क्षेत्रों में विस्तृत खनन क्षेत्र में अग्रणी नवरत्न पीएसयू एनएमडीसी ने जुलाई 2020 में समग्र उत्पादन तथा बिक्री में जुलाई 2019 की पिछली अवधि के मुकाबले तीव्र वृद्धि दर्ज की इस अवधि के दौरान बस्तर भी कोरोना संक्रमण से अछूता नहीं रहा है, कोविड -19 के कारण उत्पन्न अनिश्चित स्थिति के बावजूद एनएमडीसी उत्कृष्ट निष्पादन करने में सफल रहा।उच्च वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास के कारण इसका उत्पादन 2.19 एमटी रहा तथा बिक्री 2.57 एमटी रही जोकि विगत वर्ष की इसी अवधि से क्रमशः 13% एवं 7% की वृद्धि दर्शाता है । जुलाई 2020 में छत्तीसगढ स्थित परियोजनाओं ने विगत वर्ष के जुलाई माह के दौरान हुए 1.16 मिलियन टन के उत्पादन के मुकाबले 1.56 मिलियन टन उत्पादन किया जो 35% की वृद्धि है। एनएमडीसी ने बिक्री में भी जुलाई 2019 के 1.60 मिलियन टन के मुकाबले जुलाई 2020 में 1.90 मिलियन टन लौह अयस्क की बिक्री की जो 20% की रिकॉर्ड वृद्धि है! जिसका लाभ संयंत्र कर्मियों को दिया जाना आवश्यक है जावेद ने कहा कि भारत के सबसे बड़े संयंत्र में संयंत्र कर्मियों द्वारा निरंतर लाभ की ओर ले जाना हम सब बस्तर वासीयों के लिए गर्व का विषय है एवं शीघ्र ही पे- रिवीजन भी किया जाना आवश्यक है एन एम डी सी इस्पात संयंत्र प्रदेश ही नहीं देश के प्रगति में एवं अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में अपना अहम योगदान देता है इसलिए संयंत्र के कर्मियों का भी उनकी आवश्यकताओं को भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है और इस वैश्विक महामारी के दौरान इस्पात संयंत्र से जुड़े तमाम छोटे बड़े कर्मियों और ठेके मजदूरों को कोरोना से निधन पर दुर्घटना मृत्यु मान कर उनके परिजनों को कोल इंडिया की तरह लाभ दिया जाना चाहिए।