वेबडेस्क। रक्षाबंधन पर्व में इस बार भाइयों की कलाई में जिला बीजापुर के भैरमगढ़ की स्व सहायता समूह द्वारा बनाई जा रही रखी दिखाई देंगी। शहर और गांव के बाजारों में इस समय इन हस्त निर्मित स्वदेशी राखियों ने धूम मचाई हुई है। कोरोना के संकटकाल में ये राखियां महिला स्व सहायता समूह की जीविका बढ़ाएंगी साथ ही उनके समूह को बल भी मिलेगा। इन राखियो की कीमत 20 से लेकर 70 रुपए तक है। बताया जा रहा कि रक्षाबंधन से पहले जितनी राखियों का ऑर्डर आएगा, उसी के हिसाब से ये तैयार की जाएगी। विकासखण्ड परियोजना प्रबंधक रोहित सोरी ने बताया कि कलेक्टर रितेश अग्रवाल के कहने पर इस काम को शुरू किया गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत करेंमरका पंचायत की 8 स्वसहायता समूह की महिलाएं इस काम को कर रही हैं। इन समूहों के माध्यम से एक हजार राखियां बनाने का लक्ष्य रखा गया था जिसमें अब तक करीब 1200 राखियों बना ली गई है। आपको बता दे राखी को तैयार करने के लिए महिलाएं बांस को पतले पतले छिलके में काटकर राखी का स्वरूप दे रही हैं। यह राखियां दिखने और पर्यावरण दोनों के लिहाज से अच्छी हैं।