जगदलपुर। महारानी हास्पिटल का आईसीयू, यहां दो मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज डॉक्टरों ने किया। दोनों मरीज फूड पॉयजिनिंग के शिकार थे ऐसे में इन्हें आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखा गया था। तीन चार दिनों के इलाज के बाद दो मरीज स्वस्थ हो गये। इनके स्वस्थ होने की खबर सुन कुछ लोग डॉक्टरों को धन्यवाद देने पहुंचे। इलाज के बदले सम्मान लेने की होड़ में महारानी हास्पिटल के डॉक्टर कोरोना के डर को ही भूल गये और भीड़ को आईसीयू के अंदर आने की अनुमति दे दी। इसके बाद महारानी हास्पिटल के डॉक्टरों ने इलाज के बदले सम्मान लिया इस दौरान आईसीयू के अंदर डॉक्टर ने गुलदस्ता लिया। गुलदस्ता लेने के दौरान हाथ में ग्लब्स भी डॉक्टरों ने नहीं पहने। आईसीयू के अंदर गुलदस्ता लोगों को ले जाने से पहले सेनेटाईजेशन की प्रक्रिया भी पूरी नहीं की। मामले में खास बात यह है कि इसकी जानकारी हास्पिटल के जिम्मेदार डॉक्टरों को भी नहीं है। आईसीयू के अंदर सामान्य दिनों में भी बाहर के व्यक्ति के प्रवेश पर रोक रहती है लेकिन कोरोना संक्रमणकाल में जिस तरह से डॉक्टरों ने अपने काम के बदले सम्मान लेने के लिए लोगों को आने की अनुमति दी उसकी चर्चा पूरे शहर में है।