20-07-2018 13:23:52 .
जगदलपुर। महारानी अस्पताल के अस्तित्व को बचाने व मेकाज की अव्यवस्थाओ को दूर करने कांग्रेस पार्टी के ने शुक्रवार को बंद का आव्हान किया था जिसे व्यवसायियों एवं स्थानीय लोगों ने स्वस्फूर्त समर्थन देकर सफल बनाया। शहर के मुख्य मार्ग सहित गलियों में सुबह से ही दुकानें बंद रही। हालांकि शिक्षण संस्थानों, बैंको व दवा दुकानों को इस बंद से दूर रखा गया था । इधर महारानी अस्पताल के लिए यु.का. के प्रदेश सचिव सुशील मौर्य अपने साथियों के साथ पिछले नौ दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे है । अस्पताल सूत्रों से जो खबर निकल कर आ रही है उसके मुताबिक लंबे भूखहड़ताल के कारण अनशनकारियो की तबियत खराब लगी है । हालांकि डॉक्टरों की टीम इन पर नजर बनाए हुवे है समय समय पर बीपी व अन्य सैम्पलों की जांच की कर रही है। महारानी अस्पताल के मुद्दे पर जिसतरह कांग्रेस ने मौजूदा सरकार को घेर रखा है उससे मौजूदा भाजपा सरकार बैकफुट पर दिखाई पड़ रही है । सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाटसअप, ट्विटर पर लोग खुलकर महारानी अस्पताल के बारे में अपने विचार लिख रहे है। जनहित के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के लोगो का शामिल नही होना कही ना कही जनता में मन मे प्रश्न चिन्ह पैदा कर रहा है लोग अब ये पूछ रहे है छोटी छोटी बातों को लेकर मुद्दा बनाने वाली भाजपा इतने बड़े मुद्दे पे चुप क्यों है ? आपको बता दे महारानी अस्पताल से मेकाज को को डिमरापाल शिफ्ट किया गया है तब से यहाँ की स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है । अपने इलाज के लिए महारानी अस्पताल जाने वाले लोगो 15 किलोमीटर दूर डिमरापाल रेफर किया जा रहा है । मौजूद महारानी अस्पताल को 100 बिस्तरों का तो कर दिया गया है पर यह अधिकांश वार्डो पर ताला जड़ हुआ है। इसी बात को लेकर जनता रोष में है । महारानी अस्पताल के लिए भूख हड़ताल पर बैठे यु.का. के प्रदेश सचिव सुशील मौर्य ने बताया कि जब तक जनहित की मांगों को पूरा नही किया जाता वे अनशन पर बैठे रहेंगे । उनके आंदोलन को लोगो व्यापक समर्थन मिल रहा है बड़ी बड़ी जुमले बाजी करने वाले बीजीपी सरकार व इसके लोग इस जनहित के मुद्दे पर चुप क्यों है । सरकार उनकी है विधायक उनके है ओर वे महारानी अस्पताल के लिए कुछ नही कर पा रहे है इससे बड़ी बात क्या हो सकती है ? लोगो के समर्थन से हमारे आंदोलन को और बल मिल रहा है ।