10-03-2018 12:38:38 .
जगदलपुर। शहर के सेंट जेवियर्स स्कूल में बतौर शिक्षक पदस्थ आमागुड़ा निवासी 30 वर्षीय ताराचंद पटेल ने 2 मार्च को होली की शाम अपने ही घर पर फांसी लगा ली थी। शिक्षक के आत्महत्या के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि शिक्षक स्कूल में लगाए गए कुछ आरोपों को लेकर परेशान था। उसने सुसाइड नोट में स्कूल की कुछ शिक्षिकाओं और छात्रों का नाम लिखा है। उसमें उसने लिखा है कि वह इन छात्रों और शिक्षिकाओं का बहुत सम्मान करता है। इसके अलावा उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि पहले भी उसे बदनाम करने की कोशिश की गई थी और अब वही सब दोबारा शुरू हो गया है। उसने नोट में लिखा है कि वह कोशिश करता रहा कि वह कुछ बुरा न करे लेकिन कुछ लोग उसे फिर से बदनाम करने पर तुले हैं। उसने अपने सुसाइड नोट में सीने में दर्द होने की बात भी लिखी है। इसके आधार पर अब पुलिस ने जांच को तेज किया है। अभी स्कूल प्रबंधन और कुछ शिक्षकों से इस मामले में पुलिस पूछताछ करेगी। पुलिस का कहना है कि तारा ने सुसाइड नोट में स्पष्ट तौर पर यह नहीं लिखा है कि उसे किस मामले को लेकर बदनाम किया जा रहा था और कौन लोग इसमें शामिल थे लेकिन उसने बदनाम करने की बात सुसाइड नोट में लिखी है इसलिए मामले का बारीकी से जांच की जा रही है।
सुसाइड नोट में नाम के साथ आरोप नहीं
इधर मामले पर चर्चा करते हुए कोतवाली थाना प्रभारी कादिर खान ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर बारीकी से जांच की जा रही है। सुसाइड नोट पुलिस के पास सुरक्षित है। इस मामले में कुछ लोगों से बयान दर्ज किए जाने हैं। सुसाइड नोट में मृतक ने बदनाम करने की कोशिश करने का जिक्र किया है लेकिन उसने किसी का नाम नहीं लिखा है। ऐसे में अब स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों से पूछताछ की जा रही है।
हाेली खेली फिर अचानक ही लगा ली फांसी
मृतक ताराचंद के बड़े भाई कृष्णचरण पटेल ने बताया कि होली के त्योहार पर उनके धरमपुरा स्थित मकान में पूरा परिवार जमा हुआ था। उनका भाई ताराचंद आमागुड़ा में ही किसी काम के सिलसिले में रुका हुआ था। उसने दिनभर रंग खेला था और शाम पांच बजे के करीब ही वह आमागुड़ा स्थित घर लौटा था। शाम को साढ़े छह बजे के करीब जब वह अपनी मां और ताराचंद की पत्नी को धरमपुरा से आमागुड़ा छोड़ने पहुंचे तो पता चला कि तारा ने फांसी लगा ली है। उन्होंने कहा कि ताराचंद ने अचानक ऐसा क्यों कर लिया किसी को समझ नहीं आ रहा है। उन्होंने बताया कि उनके भाई की दो साल पहले ही शादी हुई थी।
तीन शिक्षकों की भूमिका शक के दायरे में
मामले में स्कूल के दूसरे शिक्षकों ने चुप्पी साध ली है। जब स्कूल के कुछ शिक्षकों से बात करने की कोशिश की तो पहले तो उन्होंने बात करने से ही इंकार कर दिया। इसके बाद जब वे बात करने को तैयार भी हुए तो उन्होंने कहा कि स्कूल में तनाव जैसी कोई बात नहीं थी। बताया जा रहा है कि स्कूल में एक बड़े ओहदे वाले दो शिक्षक व एक शिक्षिका की भूमिका शक के दायरे में हैं। बताया ज रहा है कि स्कूल में कुछ समय पहले भी इन्हीं तीन शिक्षिकाओं से मृतक की खटपट हुई थी।