27-12-2017 13:39:16 .
बीजापुर। उसूर ब्लॉक के लंकापल्ली गांव के लोगों ने अपने खेत की जमीन नहर बनाने के लिए दान में दे दी ताकि उनके खेतों में दोहरी फसल हो सके। गांव के लोगों को अब रोजगार के लिए तेलंगाना पलायन भी नहीं करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें नहर बनाने के लिए मनरेगा के तहत रोजगार मिल गया है।
जनपद के इंजीनियर अंबाला सिद्धार्थ ने बताया कि लंकापल्ली के जलप्रपात से बहते पानी को रोकने अस्थायी चेक डैम बनाया गया है। यहां से दो कैनाल निकाली जा रही है। जिला पंचायत के सीईओ की पहल पर मनरेगा के तहत ये काम दिया गया है। दोनों कैनाल की लागत 8-8 लाख रूपए है। कैनाल की चौड़ाई 2.40 मीटर और लंबाई दो किमी है। नहर बनाने का काम दो सप्ताह पहले शुरू किया गया है। इसमें रोज तीन से पांच सौ लोग काम कर रहे हैं। नहर को तालाब तक ले जाया जाएगा। इस तालाब के पानी से खेतों में सिंचाई हो सकेगी। जनवरी मासांत तक नहर का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हर साल लंकापल्ली के लोग इस सीजन में काम की तलाश में तेलंगाना जाया करते थे लेकिन इस साल मनरेगा के तहत मिले काम के चलते उन्हें पलायन नहीं करना पड़ेगा। करीब 500 एकड़ में तालाब से सिंचाई हो सकेगी। दो फसली खेती की जाएगी।
‘‘ डबल फसल होगी’’
सिंचाई की सुविधा मिल जाने से लोग दो फसल ले सकेंगे। काम की तलाश में गांव के लोगों को बाहर जाना नहीं पड़ेगा। वॉटर फॉल के पानी का सदुपयोग भी होगा।
एसबी गौतम सीईओ, उसूर