22-12-2017 19:56:16 .
बीजापुर। गंगालूर थाना क्षेत्र के कोरचोली में गुरूवार को एक वर्दीधारी माओवादी को ढेर करनेे के बाद इलाके में सर्चिंग कर रहे पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों पर सावनार, कोरचोली, तोड़का की महिलाओं ने बेरहमी के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट का आरोप लगाया है। साथ ही जिला मुख्यालय पहुंचकर पीड़ित महिलाओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विक्रम मंडावी के साथ इस मामले में जिला प्रशासन के पास न्याय की गुहार लेकर पहुंची थी। साथ ही महिलाओं का यह भी कहना है कि जब तक इस मामले में आरोपी जवानों पर ठोस कार्रवाई नहीं की जाती तब तक वे अपने बच्चों के साथ जिला मुख्यालय में डटी रहेंगी।
जिला मुख्यालय पहुंची पीड़ित महिलाओं ने बताया कि जवानों द्वारा प्रभावित तीनों गांव में महिलाओं के अलावा बच्चों की भी बर्बरता से पिटाई करने के अलावा जोर जबरदस्ती की कोशिश भी की गई। इस दौरान महिलाएं उन बांस के डंडों को भी साथ लेकर बीजापुर पहुंची थी, जिनसे जवानों द्वारा बेरहमी से उनकी पिटाई की गई। महिलाओं का कहना है कि जवानों की बेदम पिटाई से कई महिलाओं के हाथ-पांव समेत शरीर के अंदरूनी हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। इस मामले में कोरचोली से पहुंची मंगली पोटाम, लक्ष्मी पोटाम ने पत्रकारों को बताया कि गुरूवार सुबह सावनार के नजदीक खेतों में गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ने पर गांव की महिलाएं खेतों की तरफ भागी। चूंकि गांव के पुरूष खेतों के आस-पास मिंजाई कर रहे थे, जबकि बच्चे मवेशी चराने गए हुए थे। गोली की आवाज सुनकर महिलाएं डर गई थी। अनहोनी की आशंका से महिलाएं खेतों की तरफ दौड़ी-दौड़ी जा रही थी। कोरचोली और तोड़का गांव की महिलाएं भी खेतों की ओर आ रही थी। इसी दौरान एक स्थान पर सुरक्षा बल के कुछ जवानों ने उनका रास्ता रोक लिया।कुछ जवान जो नशे की हालत में थे, सबसे पहले उन्होंने महिलाओं से दुव्र्यवहार शुरू किया। उन्हें एक स्थान पर एकत्रित कर नक्सलियों के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी और थोड़ी देर बाद डंडे-बांस से पिटना षुरू कर दिया। महिलाओं ने इसका विरोध किया तो जवान और भी उग्र हो गए। बेरहम जवानों ने बच्चों को भी नहीं बख्शा। कोरचोली की सुक्की ने बताया कि मारपीट मे ंउसकी छह साल की बच्ची लहूलुहान हो गई है। महिलाओं ने दावा किया है कि मारपीट करने वाले कुछ जवानों को चेहरे से पहचानती है। उनमें एक पूर्व एसपीओ भी शामिल है, जो गंगालूर इलाके का स्थानीय निवासी है।
शराब पीकर मचाया उत्पात
पीड़ित महिलाओं ने जवानों पर पहली बार यह चैंकाने वाला आरोप भी लगाया है कि मुठभेड़ के बाद गस्त के दौरान जवानों ने पहले तो गांव से ही शराब लेकर जमकर शराब पी, उसके बाद नशे की हालत में ही महिलाओं की लाठी और डंडों से बेदम पिटाई की।
इस मामले में बीजापुर एसपी एमआर अहिरे ने पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच कराने की बात कही है।
भाजपा शासन में कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं - मंडावी
इस मामले में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विक्रम मंडावी ने पीड़ित महिलाओं के साथ प्रेसवार्ता के दौरान कहा है कि अगर इस पूरे मामले में पीड़ितों को शासन-प्रशासन की ओर से अगर कोई न्याय नहीं मिलता है तो न्याय दिलाने के लिए जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले उग्र आंदोलन किया जाएगा। साथ ही जिला कांग्रेस कमेटी की एक टीम शीघ्र ही प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात करेगी और जवानों द्वारा बरपाए कहर की रिपोर्ट को हाईकमान को सौंपा जाएगा। वही श्री मंडावी ने यह आरोप लगाया है कि भाजपा के इस राज में पुलिस और अधिकार अपना आतंक मचा रहे हैं, जिसके चलते ग्रामीण ही नहीं बल्कि कोई भी व्यक्ति राज्य में सुरक्षित नहीं है।