jdp, 14-10-2022 16:14:21 .
रविश परमार जगदलपुर। शहर सिमा से सटे बडांजी इलाके में लूट के मामले में फरार चल रहे तीन आरोपियों को ओड़िसा के कोरापुट से गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि बडांजी इलाके में कुछ लोगो के बीच अफवाह फैली की वहा के ग्रामीण बलदेव बघेल ने पुराने सिक्का जो धान खिंचता है उसे बेचकर करीब 15 करोड़ रुपये कमाए है इसके बाद गांव के कुछ युवकों ने तेलंगाना और ओड़िसा के लोगो से संपर्क कर एक गैंग तैयार किया फिर बलदेव बघेल के घर लूट की योजना बनाई और आधी रात धावा बोल दिया इसके बाद लुटेरों ने जब बलदेव के पूरे घर को छान मार और उन्हें पैसे नहीं मिले जिससे गुस्साए लुटेरों ने घर के कुछ हिस्सों को भी खोद डाला था पुलिस ने इस मामले में कुल 13 आरोपियों को जेल भेज दिया है।
सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि बीते 4 और 5 जून की देर रात कुछ अज्ञात लोग ने ग्राम घाटधनोरा के एक घर में जबरन घुसकर 30 हजार रुपये और दो मोबाइल फ़ोन को लूटकर घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे। जिसके बाद प्रार्थी ने इस मामले की रिपोर्ट थाने पहुंचकर दर्ज कराई थी। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने इस डकैती को अंजाम देने वाले 13 आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया था। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को इस मामले में लिप्त और भी आरोपियों के बारे में जानकारी दी थी। जो कि घटना के बाद से ही फरार चल रहे थे। पुलिस लगातार उन फरार आरोपियों की पतासाजी में जुटी हुई थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि उक्त फरार आरोपियों को ओड़िसा के कोरापुट में देखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम को तत्काल ही ओड़िसा के लिए रवाना किया गया। मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने तीन संदिग्ध लोगों पर शक करते हुए उन्हें घेराबंदी करने के बाद पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ शुरू की। कड़ी पूछताछ में पकड़े गए अर्जुन बिसाई (42) निवासी कोरापुट, दयाराम बाघ (39) निवासी नवरंगपुर और बालेश्वर हरिजन (28) निवासी नवरंगपुर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने तुरंत ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल हुए एक चाकू और बंडा भी जब्त किया है। फिलहाल पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
बता दें कि, पूर्व में गिरफ्तार आरोपी धनुर्जय बघेल को जानकारी मिली थी कि बड़ांजी के घाटधनोरा में रहने वाले बलदेव बघेल के पास पुराना सिक्का बेचने के बाद 15 से 18 करोड़ रुपये मिले है। उक्त बातें धनुर्जय ने अपने साथियों दिगम कश्यप, लखमू कश्यप, रामेश्वर पांडेय, लेबोराम भारती, वासुदेव ठाकुर, राजेश बघेल लख्खूराम कश्यप, सुखराम ठाकुर के साथ अर्जुन बिसाई, बालेश्वर हरिजन और दयाराम बाग समेत अन्य साथियों को बताया था। जिसके बाद इन सभी आरोपियों ने मिलकर बलदेव के घर में डकैती करने की योजना बनाई। इसके बाद सभी आरोपी 4 जून की देर रात करीबन 12 बजे ग्राम टाकरागुड़ा में इकट्ठा हुए। इसके बाद सभी आरोपी बलदेव के घर में घुसकर लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने 13 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार जेल भेज दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 हजार से अधिक नगद रुपये, 2 चारपहिया वाहन, 4 बाइक और 8 मोबाइल फ़ोन बरामद किया था। वहीं आज इस मामले में शामिल 3 और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।