jdp, 21-09-2022 17:39:24 .
रविश परमार जगदलपुर। शहर के गीदम रोड स्थित कम्पोजिट शराब दुकान में हुई चोरी की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में पुलिस ने दुकान के सेल्समैन और सहायक सेल्समैंन को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी गई नकदी, डीवीआर व घटना में प्रयुक्त सब्बल और 7 लाख से अधिक की राशि बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि दोनों ने ही मिलकर शराब दुकान में चोरी की पूरी प्लानिंग की दुकान में दिन के शराब बिक्री का कैश रखा था जिसे निकालने के बाद आरोपियों ने उसे चोरी का स्वरूप दे दिया था। पर पुलिस ने तफ्तीश की तो चौंकाने वाला जानकारी सामने आई फिर उसके बाद जांच को शराब दुकान में काम करने वालो पर केंद्रित कर दिया इस दौरान पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले फिर एक एक कर कड़ियों को जोड़ा तब जाकर पुलिस इन आरोपियों तक पहुँची। पूरी घटना में सबसे दिलचसप बात ये है की जिस सेल्समैन ने इस घटना को अंजाम दिया उसने ही चोरी की रिपोर्ट बोधघाट थाने में दर्ज करवाई।
बताया जा रहा है कि दुकान से केवल कैश चोरी होना और एक भी शराब बोतल का ना गायब होना, हाई सिक्योरिटी वाले लॉकर का लॉक टूटे बिना ही पैसे का निकलना, डीवीआर का गायब होना, दुकान की गेट में लगे ताले में बीच मे चोट का निशान होना और कैश को बैंक में जमा ना करना इन छोटी छोटी बातों ने पुलिस की जांच का दिशा को नया मोड़ दिया और पुलिस के हाथों सफलता लगी।
मामले का खुलासा करते हुए सीएसपी हेमसागर सिदार ने बताया कि शहर के गीदम रोड स्थित कम्पोजिट शराब दुकान के सेल्समैन लोचन साहू ने शराब दुकान से 10 लाख 66 हजार 710 रूपये की चोरी होने की बोधघाट थाने में दर्ज करवाई। चुकी मामले में बड़ी रकम चोरी हुई थी इस लिए एसपी जितेन्द्र सिंह मीणा ने लालजी सिन्हा, एमन साहू, धनंजय सिन्हा, तारिक हरीश, जितेन्द्र कोसले, जय प्रकाश गुप्ता व अन्य पुलिस के अधिकारियों की एक टीम बनाकर मामले में खोजबीन शुरू की टीम ने पहले तो क्राइम सीन में मिले टूटे ताले व लाॅकर का बारीकी से मुआयना किया इसके बाद शहर में लगे सिटी सर्विलेंस सिस्टम और शराब दुकान के आसपास के करीब 100 सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया तो इस दौरान एक क्लू टीम को मिला इसके बाद टीम ने शराब दुकान के सेल्समेन लोचन साहू और सहायक सेल्समेन सुकेश देवरी से पूछताछ शुरू किया कड़ी पूछताछ में दोनों आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पूछताछ में यह बात सामने आई कि शनिवार और रविवार को बैंक बंद होने के चलते बड़ी रकम गल्ले में जमा हो गई थी जिसे देखकर इनकी नीयत डोल गई। इसके बाद 11 सितम्बर के रात 10.00 बजे दुकान बंद करने के बाद ये रात 10.30 बजे वापस दुकान में लौटे अपने पास रखे चाबी से ताला खोलकर, लाॅकर को चाबी से खोलकर लाॅकर में रखे रूपये को निकले फिर पूरी घटना को चोरी का शक्ल देने के लिए ताले व लॉकर में लोहे के रॉड से चोट कर निशान बना दिया फिर शराब दुकान के अंदर बाहर लगे सी.सी.टी.व्ही. के डी.वी.आर. को ले जा कर तोड़ दिया और नाले में फेंक दिया इसके बाद दोनो के द्वारा पैसा आपस में बाॅट लिया गया। मामले में आरोपी लोचन साहू और सुकेश देवरी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें रिमांड में जेल भेज दिया गया है।
मामले को सुलझाने में उप.निरी प्रमोद ठाकुर, होरी लाल नाविक, गुनेश्वरी नुरेटी, अमित सिदार, रनेश सेठिया, मनोज तिर्की, कृष्णा साहू व सहा.उप.निरी सतीश यादव, परिमल दास, विश्वराज सोलंकी, सतीश यदुराज, सुदर्शन दुबे, कांन्तो पानी और प्र.आर. उमेश चंदेल, पवन श्रीवास्तव, चोवा दास गेंदले, नकुल कश्यप, जोगी बुडेक, मौसम गुप्ता, हीरा लाल भंण्डारी, धनसिंह सोनवानी आरक्षक भुपेन्द्र नेताम, सोनु गौतम, गौतम सिन्हा, ओम प्रकाश सिंह, प्रदीप कश्यप, बलराम राणा, प्रकाश नायक, हिमांशु यादव, दीपक कुमार आदि की अहम भूमिका रही।