jdp, 18-09-2022 20:10:39 .
जगदलपुर। एट्री संस्था एवं बस्तर जिला प्रशासन के सहयोग से सामुदायिक वन संसाधान की प्रकिया तेजी लाने एवं बस्तर जिला में वनों का बेहतर प्रबंधन करने के लिए बस्तर के युवाओं का ग्राम सभा पांचगांव , तहसील गोंडपिपरी , जिला - चंद्रपुर महाराष्ट्र में नागलसर , बिसपुर , कामदेव कुरुसपाल, चित्रकोट , तीरथा , छापर भानपुरी, बड़े काकुलर , भाटपाल, टाकरागुड़ा , बड़े चकवा, डोंगरीगुड़ा , नन्दपुरा आदि गांवो के युवाओं ने दो दिवसीय भ्रमण किया। ग्राम सभा पांचगॉव देश के अंदर वन अधिकार कानून को उपयोग से सामुदायिक वन प्रबंधन का एक श्रेष्ठ उदाहरण हैं। पाचगाव में वन प्रबंधन की प्रकिया बहुत ही लोकतांत्रिक तरीके से हो रही हैं। जहां पांचगॉव ग्रामसभा वन संसाधन के संरक्षण, संवर्धन, प्रबंधन करने की दिशा में गतिमान हो रहें है। इन ग्राम सभाओं के प्रबंधन तकनीक को समझने,जानने के लिए आज बस्तर जिले के युवाओं ने ग्राम सभा पांचगॉव में जाकर भ्रमण किया इस प्रक्रिया को क्रमबद्ध तरीके से दस्तावेजों के साथ सामुदायिक वन अधिकार और सामुदायिक वन संसाधन का पूरा प्रक्रिया को ग्रामसभा पांचगॉव द्वारा दस्तावेज के साथ समझाया जायेगा । ग्राम सभा के सुपर वाइजर प्रेमानंद मड़ावी ने बताया कि जंगल से सम्बंधित समस्या एवं वनोपज संग्रहण से सम्बंधित गतिविधियों को बताया साथ ही पांचगॉव के जंगलों को प्रबंधन गाँव के पारम्परिक प्रबंधन तकनीक को साथ लेकर जंगल का प्रबधन करना शुरू कर दिये हैं और यह पारम्परिक ठेंगा पाली विधि द्वारा जगंलों की सुरक्षा के लिए गाँव के लोगों को विधिवत तरीके से एक के बाद एक ड्यूटी लगाया जाता है ताकि जंगलों की सुरक्षा हो सके। वर्तमान स्थिति में जगंल में कई वनपतियों,जंगली जानवरों के सघनता धीरे- धीरे बढ़ रहें है इन्हें देख ग्रामसभा में सक्रियता आ रहा है।ग्राम सभा सदस्य सचिन आत्राम ने बताया कि हम जंगल का घनत्व को बढ़ाने के साथ साथ जंगल के किनारे हुए अतिक्रमण को रोकने के लिए जंगल किनारे – किनारे वृक्षारोपण करेंगे और जंगल को आगजनी से बचाने के लिए गाँव मे जागरूकता लाएंगे तथा वनोपज संग्रहण करने का ग्राम सभा में नियम बनाएंगे ताकि सभी को वनोपज संग्रहण का बराबरी मिल सके। ग्राम सभा पांच गॉव मे सामुदायिक वन संसाधन लेने के बाद गाँव के हर सामुदायिक कामों को करने के लिए निर्णय ग्रामसभा मे ली जाती है तथा उसे ग्राम सभा के कार्यवाही पंजी में दर्ज किया जाता है।इस दौरान एट्री संस्था जिला समन्वयक अनुभव सोरी , गंगा नाग , संतु मौर्य , पूरन सिंह कश्यप , लखेश्वर कश्यप , बसन्त कश्यप , बंशीसिंग मौर्य, कमलेश कशयप, लछ्मी नाथ कश्यप, भवँर लाल मौर्य एवं वन प्रबंधन समिति अध्यक्ष उपाध्यक्ष , सचिव एवं सदस्य उपस्थित थे।