jdp, 09-06-2022 18:57:01 .
रविश राज परमार
जगदलपुर। शहर सिमा से सटे बडांजी इलाके में बीते दिन हुए लूट के मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने चौका देने वाला खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि पूरी घटना जादुई सिक्के की कहानी के इर्दगिर्द घूमती है दरअसल बडांजी इलाके में कुछ लोगो के बीच अफवाह फैली की बलदेव बघेल ने पुराने सिक्का जो धान खिंचता है उसे बेचकर करीब 12 करोड़ रुपये कमाए है इसके बाद पास के गांव के कुछ युवकों ने इसे लूटने की योजना बनाकर बलदेव बघेल के घर पर आधी रात धावा बोल दिया। लुटेरों ने जब बलदेव के पूरे घर को छान मार और उन्हें पैसे नहीं मिल पाए तो उन्होंने घर के कुछ हिस्सों को भी खोद डाला आधी रात हो रहे शोरगुर को सुन ग्रामीण जब इखट्टा हुए तब लुटेरे वहां से फरार हो गए।
मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि बडांजी इलाके के घाटधनोरा मेें नकाबपोशो द्वारा 30 हजार रुपये की डकैती की जानकारी मिली इसके बाद एसडीओपी लोहण्डीगुडा पंकज ठाकुर, एसडीओपी भानपुरी घनश्याम कामडे प्रशिक्षु आइपीएस स्मृतिक राजनाला, निरीक्षक तामेश्वर चैहान, राजेश मरई, धनंजय सिन्हा, एमन साहू एवं उप निरीक्षक अरूण नामदेव के नेतृत्व में अलग अलग टीम बनाकर कर खोजबीन शुरू की गई इस दौरान ग्राम तालुर एवं कुदालगांव से दीगम कश्यप एवं वासुदेव ठाकुर को पकडा गया जिनसे पूछताछ करने उन्होंने लखमु कश्यप, रामेश्वर पाण्डेय, लेबोराम भारती, राजेश बघेल, धनुर्जय बघेल, लक्खुराम कश्यप, सुखराम ठाकुर के साथ मिलकर डकैती करने की बात कबूल की इन्होंने पूछताछ में बताया कि धनुर्जय बघेल निवासी सालेमेटा को पता चला था कि बलदेव बघेल के पास पुराना सिक्का बेचने से करोड़ों रूपये की नगद अपने घर में गाड कर रखा है। धनुर्जय ने मामले के मुख्य आरोपी दीगम कश्यप को बताया इसके बाद दीगम कश्यप ने लखमु कश्यप, रामेश्वर पाण्डेय, लेबोराम भारती, वासुदेव ठाकुर, राजेश बघेल, धनुर्जय बघेल, लख्खुराम कश्यप, सुखराम ठाकुर एवं उडीसा के कुछ व्यक्तियो के साथ मिलकर बलदेव बघेल के घर में लूट करने का पूरा प्लान बनाया। आरोपियों के पास से दो चौपहिया, चार मोटर सायकल व डकैती की राशि में से 5 हजार तीन सौ बरामद किया गया है। मामले में सभी 9 आरोपियों कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
बहरहाल पूरे मामले में जिस जादुई सिक्के के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया उसे ना पुलिस खोज पाई, ना आरोपी, नाही प्रार्थी।