07-12-2017 17:40:01 .
@मोहम्मद ताहिर खान बीजापुर। इन्द्रावती टायगर रिजर्व में अगस्त में अनुसूचित जाति वर्ग में गेम गार्ड के एकमात्र पद पर भर्ती में भी गोलमाल का मामला सामने आया है।इसके लिए जब पीड़ितों ने कलेक्टर से गुहार लगाईं तो मामले की जाँच के आदेश दिए गए लेकिन जांच रिपोर्ट उपसंचालक के कार्यालय में ही अटक गई है।
इन्द्रावती टायगर रिजर्व में गेम गार्ड के पांच पदों पर भर्ती की गई। इनमें से एक पद अनुसूचित जाति व चार पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थे।24 अगस्त को शारीरिक दक्षता की परीक्षा ली गई।7 सितम्बर को 25 किलो दौड़ की स्पर्धा हुई। दावा आपत्ति आमंत्रित किये बिना ही चयन सूची कार्यालय में चस्पा कर दी गई। चयन समिति के अध्यक्ष डीएफओ थे। इसमें सदस्य एसडीओ एमके चौधरी व संलग्न अधिकारी एसडीओ एस पैकरा थे। इस बारे में आवापल्ली के एक अभ्यर्थी रामचन्द्रम लाटकर व सम्मैया जंगम ने कमिश्नर, कलेक्टर व सीसीएफ से शिकायत की। शिकायतकर्ता ने साफ़ आरोप लगाया है कि चयनित अभ्यर्थी कुमार लखन को गोला फेंक में 6.42 अंक मिले थे। उसे बढ़ाकर 8.42 कर दिया गया। अंक की शीट में ओवररायटिंग की गई। कलेक्टर डा.अयाज तम्बोली ने जाँच के आदेश दिए। जाँच के लिए टायगर रिजर्व के उप संचालक एमके चौधरी को निर्देशित किया गया। इस प्रकरण में जाँच अधिकारी एसडीओ एनके शर्मा को बनाया गया। बताया गया है कि जाँच पूरी हो गई है। बताया गया है कि वन रक्षक पद पर लखन कुमार की नियुक्ति की गई है जबकि वेटिंग लिस्ट में प्रथम स्थान पाने वाले तोयनार के ओमप्रकाश भगत की नियुक्ति होनी थी।ओमप्रकाश भगत ने भी इसकी जानकारी के लिए सुचना के अधिकार के तहत आवेदन दिया है। अब मामला इन्द्रावती टायगर रिजर्व के उप संचालक एमके चौधरी के पास है।
"जांच से संतुष्ट नहीं "
जांच रिपोर्ट आ गई है। ये जांच संतोषजनक नहीं है। फिर से जाँच की जाएगी।अब जाँच का जिम्मा एसडीओ आरएस वट्टी को सौपा जा रहा है।
एमके चौधरी
डिप्टी डायरेक्टर
इन्द्रावती टायगर रिजर्व बीजापुर