03-12-2021 19:39:36 .
जगदलपुर। बस्तर के युवा मुक्केबाज युवराज ने असम में चल रहे म्यु थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया है। बताया जा रहा है कि बस्तर जैसे सुदूर सुविधाविहीन क्षेत्र में रहने वाले युवराज सिंह पिता राजेन्द्र सिंह द्वारा अपने कोच अब्दुल मोइन के सहयोग से अपना नाम राष्ट्रीय पटल पर स्थापित किया है उनके इस प्रयासों से प्रभावित होकर भारत की राजधानी दिल्ली की नव्या सर्जना प्रेजेंट्स ह्यूमैनिटी एरियन अवॉर्ड प्रेजेंटेड बाय एहसास द सेकंड इनिंग 19 फरवरी 2022 को इस्कॉन ऑडिटोरियम,ईस्ट ऑफ कैलाश न्यू दिल्ली में "एहसास एचीवर अवॉर्ड" के लिए युवराज सिंह को चुना गया। युवराज सिंह ने 10 वर्ष की उम्र में ही म्यु थाई बॉक्सिंग में राज्यस्तरीय एवं नेशनल लेवल में गोल्ड मैडल अपने नाम किया । 2018 में गोआ में नेशनल म्यु थाई बॉक्सिंग में गोल्ड मैडल 2019 में असम गोवाहाटी में गोल्ड मैडल, कोरोना काल मे ऑन लाईन वर्चुअल म्यु थाई चेम्पियनशिप 2020 का आयोजन में युवराज ने फिर ऑन लाईन में भी गोल्ड मैडल अपने नाम किया म्यु थाई बॉक्सिंग के IFMA 2021 वर्चुअल चेम्पियनशिप में दो गोल्ड मैडल अपने नाम किया । 2021 में 21 वी छत्तीसगढ़ राज्यस्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता किक बॉक्सिंग में बस्तर संभाग के दीप्ति कान्वेंट स्कूल जगदलपुर की तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मैडल अपने नाम किया गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत जी द्वारा भी युवराज की प्रतिभा से प्रभावित होकर उन्हें रायपुर के दीनदयाल ओडिटोरियम में सम्मानित किया है । युवराज अपने खेल के प्रति पूरी ईमानदारी दिखाते है। युवराज प्रतिदिन 6 घण्टे वर्कआउट कर पसीना बहाते है । युवराज के कोच अब्दुल मोइन हमेशा युवराज को बॉक्सिंग की बारीकियां सिखाते है युवराज का सपना विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन करना है।