20-11-2021 19:27:37 .
जगदलपुर। बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी ने मोदी सरकार के द्वारा पारित काले कृषि कानून को वापस लिए जाने का निर्णय किसानों का ऐतिहासिक जीत है यह जीत देश के सभी अन्नदाताओं को समर्पित है किसानों की इस ऐतिहासिक जीत को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस किसान विजय दिवस के रुप में मनाकर तीन काले कानून के विरोध में संघर्षरत दिवंगत किसानों की आत्मा की शांति के लिए संध्या 5:00 बजे राजीव भवन से शहीद स्मारक तक कैंडल मार्च निकाला और शहीद किसानों को भावभिनी श्रद्धांजलि देकर उन्हें याद किया गया। महापौर सफीरा साहू, सभापति कविता साहू ने कहा कि गांधीवादी आंदोलन ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है केंद्र सरकार को तीन काले कानूनों को वापस लेने पर वादे करने के लिए देश के किसान बधाई के पात्र हैं यह किसानों की ही नहीं अन्याय के खिलाफ लोकतंत्र की जीत है उन्होंने आगे कहा कि गांधीवादी आंदोलन के आगे अहंकार घुटने टेकी यह पुर देश के किसानों की जीत है हिटलरशाही नीति का यही हश्र होता है।
सभापति कविता साहू ने कहा कि पिछले 1 साल से केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोला था सैकड़ों किसानों ने इस महा आंदोलन में अपनी शहादत दी थी आखिरकार उनकी शहादत रंग ले आई और इस देश के किसानों की मांग पर सरकार को झुकने पर बाध्य होना पड़ा।
बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष बलराम मौर्य ने कहा कि गांधीवादी आंदोलन ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाइ है केंद्र की मोदी सरकार को तीन काले कानून वापस लेने पर बाध्य करने के लिए देश के किसान बधाई के पात्र हैं यह किसानों की ही नहीं अन्याय के खिलाफ लोकतंत्र की जीत है। जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री (प्रशासन) अनवर खान ने बताया कृषि कानून वापस लेना किसानों की जीत और अहंकार की हार है किसानों को अपमानित करने में मोदी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी किसानों को आंदोलन जी ठलहा और आतंकवादी तक कहा गया आखिरकार अहिंसा सत्याग्रह के आगे केंद्र की मोदी सरकार को कानून वापस लेना पड़ा। अनवर खान ने बताया कि जब रावण का अहंकार नहीं टीका तो केंद्र की मोदी सरकार का घमंड कहां दिखेगा केंद्र सरकार की अहंकार पर किसानों की जीत हुई है।
इस कैंडल मार्च में वरिष्ठ कांग्रेसी सतपाल शर्मा,रामशंकर राव,मिंटू कर, सुरेंद्र झा, कैलाश नाग, बी ललिता राव,सुखराम नाग,सुशीला बघेल, श्वेता बघेल,लता निषाद,कमलेश पाठक,राकेश मौर्य, सीमाब खान, आनन्द मिश्रा, सुशील मौर्य,विजय दास, शहनवाज़ खान, हरिशंकर सिंह,अमर सिंह,एस दन्तेश्वर राव,अवधेश झा,एम वेंकट राव,उपेंद्र बांधे,पूरन ठाकुर, महेश द्विवेदी, महेश ठाकुर, प्रवीण पांडे, सेमुयल नाग,सुरेश माली, उपेंद्र, विजय,सन्तोष दास, सारण दास, सुखराम नाग, मेरी नाग,वन्दना नाग,आमना बेगम,तारा बजरंगी,दीन मनी, नरेंद्र तिवारी,राजकुमार सेठिया, रौशन,तरणजीत सिंह, रोजवीन दास, नीला, अम्मा जी राव, शरद पाणिग्राही, गौरव, नीलम कश्यप, सामेल नाग, शेखर राव, संजू यादव, रितेश, लोकेश चौधरी सहित भारी संख्या में कार्यकर्ताओं मौजूद रहे।