01-11-2021 18:08:58 .
जगदलपुर। शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की मोबाइल मेडिकल यूनिटों (एमएमयू) से झुग्गी बस्तियों में निवासरत लोगों को नियमित जांच-उपचार-दवा का लाभ तो मिल ही रहा है, योजना की शुरुआत के बाद से अब तक इस योजना के तहत 1106 शिविरों के आयोजन किए जा चुके हैं। करीब 60 हजार मरीजों तक मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा पहुंचाई जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के 01 नंवबर को सफलतापूर्वक01 वर्ष होने पर शहर के महारानी वार्ड प्रथम वर्षगांठ गरिमामय रूप से मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप मे महापौर सफीरा साहू सम्मलित होकर योजना की जानकारी दिया। जिसमे अध्यक्ष कविता साहू, आयुक्त प्रेम कुमार पटेल, एम आई सी सदस्य यशवर्धन राव, पार्षद ललिता राव उपस्थित थे। महापौर व अतिथियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के मोबाइल यूनिट के डाक्टर, नर्स व स्टाफ का फूलमाला के साथ स्वागत करते सभी को प्राशसिति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
महापौर सफीरा साहू ने मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना को गरीबों और जरूरतमंदों के लिए बहुत अच्छी योजना बताते हुए कहा कि हर गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति चाहता है कि जब वह बीमार पड़े तो उसे अपने इलाज के लिए भटकना न पड़े। छोटी-छोटी बीमारी के लिए अपने काम धंधे बंद कर डाक्टरों से अपॉइंटमेंट लेना और कतार में लग कर इलाज कराने से हर कोई बचना चाहता है। लोगों की जरूरतों को ध्यान रख छत्तीसगढ़ में शुरू की गई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अब इन्हीं उद्देश्यों और लक्ष्यों को पूरा कर रही है। यहां इलाज कराकर ठीक होने वाली पार्वती बाई ने बताया कि सुबह से शाम तक अपने मुहल्ले में ही कैंप लग जाने से इलाज में बहुत सहूलियत होती है। महिला चिकित्सक होने से अपनी समस्या आसानी से बता सकते हैं। हमें निजी डाक्टर के पास नहीं जाना पड़ता। घर के पास आसानी से उपचार की सुविधा मिलने से हम झुग्गी इलाकों की महिलाओं को बहुत लाभ हो रहा है।
निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल ने बताया कि आमतौर पर किसी क्लीनिक या अस्पताल में जाने के बाद बीमारी का पता लगाने के लिए कई चिकित्सक खून या यूरीन सहित अन्य प्रकार की जांच कराने कहते हैं। इस प्रकार की जांच के लिए मरीजों को कई लैब में चक्कर तक काटना पड़ता है। कुछ मरीज जांच कराने में भी असमर्थ होते हैं। मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से लगने वाले कैंप में पूरी टीम के साथ जांच की सुविधा भी उपलब्ध होती है। यूनिट में एमबीबीएस डाक्टर के साथ फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन, मरीजों की सेवा के लिए एएनएम तथा एमएमयू चालक सेवाएं दे रहे हैं। एमएमयू के माध्यम से 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किए जाते हैं। इस योजना के माध्यम से शहर के 48 वार्डो मे 1106 स्वास्थ्य शिविर लगाया गया जिसमे58218 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।46744 लोगों को दवा वितरण ,12673 लोगों का लैब परीक्षण करने के साथ 30854 लोगों का श्रम विभाग मे पंजीयन किया गया है।