जगदलपुर । बाल अधिकारों के संरक्षण को लेकर थाने में पदस्थ बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से सोमवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला में बाल अधिकारों के संरक्षण को लेकर पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारियों के अलावा यूनिसेफ के अधिकारियों द्वारा विभिन्न टिप्स दिए गए। इस कार्यशाला के माध्यम से पुलिस मुख्यालय एवं यूनिसेफ का उद्देश्य बच्चों के शोषण के संबंध में समाज में जागरूकता लाना है । कार्यशाला में आये बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को बताया गया बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर शिक्षा व खेल के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना सकते हैं बच्चों के लिए सरकार कानून बना चुकी है। बच्चों को प्रताड़ित करने पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है । कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीआईजी सुंदरराज पी. द्वारा कहा गया कि जिन बालक बालिकाओं को पुलिस की सहायता की आवश्यकता है उनसे संवेदनशील के साथ व्यवहार करने हेतु बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया। साथ ही उन्होंने इस कार्यशाला में सम्मिलित हुवे अधिकारी को बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा के मार्गदर्शन में दरभा एवं नारायणपुर इलाके से सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के चंगुल से नाबालिंग बालक बालिकाओं को मुक्त कराकर उनकी भविष्य निर्माण करने हेतु किये जा रहे कार्यो के बारे में बताया । वही पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख द्वारा पास्को एक्ट- 2012, जे.जे. एक्ट - 2015 एवं अन्य कानूनी अपराधों से संबंधित जानकारी देते हुए बालक बालिकाओं के विरुद्ध अपराधों के रोकथाम हेतु पुलिस की भूमिका के संबंध में जानकारी दी गई। कार्यशाला में यूनिसेफ के संयोजक विमल, उड़ीसा में बालक-बालिकाओं की संरक्षण हेतु कार्य करने वाले जोशी जी , जिला बाल संरक्षण अधिकारी, महिला बाल विकास अधिकारी एवं बस्तर संभाग के समस्त बाल कल्याण अधिकारी उपस्थित रहे।