@मोहम्मद ताहीर खान बीजापुर। जिला प्रशासन ने बारिश खत्म होते ही अंदरूनी एवं धुर नक्सल प्रभावित गांवों की ओर फोकस बढ़ा दिया है। माओवाद प्रभावित उसूर ब्लाॅक के बासागुड़ा, लिंगागिरी, तर्रेम एवं कोरसागुड़ा में योजनाओं के क्रियान्वयन की हकीकत जानने शुक्रवार को कलेक्टर डाॅ. अय्याज तंबोली ने दौरा किया। बासागुड़ा पोटा केबिन में उन्होंने रात गुजारी और बच्चों को उच्च शिक्षा पाने प्रेरित किया। कलेक्टर डाॅ अय्याज तंबोली ने शुक्रवार को लिंगागिरी का दौरा किया। इस गांव में प्रशासन की ओर से पहले ही सोलर लाइट की व्यवस्था की गई है लेकिन गांव के लोगों ने इसके अलावा विधुत वितरण कंपनी की ओर से भी बिजली का कनेक्शन दिए जाने की मांग की। तर्रेम और कोरसागुड़ा के निरीक्षण के दौरान उन्होंने जगरगुण्डा मार्ग की प्रगति देखी। सड़क निर्माण तेज करने उन्होंने विभागीय अफसरों के अलावा सीआरपीएफ केे अफसरों व गांव के लोगों से बातचीत की। उन्होंने बासागुड़ा बालक आवासीय विद्यालय में रात का भोजन किया और बच्चों से चर्चा की। उन्होंने बच्चों को आगे पढ़ाई करने प्रेरित करते कहा कि सरकार की ओेर से डाॅक्टर व इंजीनियर बनने सुविधा दी जाती है। इसका लाभ उठाने की सलाह उन्होंने बच्चों को देते कहा कि ये पिछड़ा इलाका है और शिक्षा की बदौलत ही इस क्षेत्र का विकास हो सकता है। गांव के लोगों से उन्होंने राशन की सप्लाई की स्थिति के बारे में पूछताछ की। चिंताकोण्टा में डीएव्ही स्कूल के भवन निर्माण की धीमी गति पर कलेक्टर ने इंजीनियर व ठेकेदार पर नाराजगी जाहिर कर निर्माण कार्य समय पर गुणवत्ता के साथ पूरा करने निर्देश दिये। कलेक्टर डाॅ तंबोली ने बासागुड़ा व आवापल्ली में बस स्टैण्ड के लिए चयनित स्थल का मुआयना किया। दौरे में बिजली व संचार सेवाओं का जायजा भी लिया गया।