यह कहानी मुंबई के रहने वाले बैचलर शौर्य (राजकुमार राव) की है जो एक ऑफिस में काम करता है और ऑफिस की लड़की नूरी (गीतांजली थापा) के साथ जिंदगी गुजारने के लिए अपने बैचलर पैड को छोड़कर नया घर लेने की तलाश में निकलता है लेकिन वो नए घर के चक्कर में फंस जाता है. एक बन रही बिल्डिंग में ब्रोकर उसे झांसा देकर घर दे देता है और फिर शुरू हो जाती है कहानी. एक ऐसा घर जहां ना पानी है और ना ही बिजली, ऐसे में शौर्य कैसे उस इमारत से बाहर निकलने की जुगत लड़ाता है, ये पता करने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.